बुधवार, २२ मे, २०१३   0 टिप्पणी(ण्या)


मै गाऊ तो मेरा कंठ-
स्वर न दबे औरों के स्वर से,
जीऊं तो मेरे जीवन की औरों से हो अलग रवानी 

                               हरिवंश राय बच्चन

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